सूर्य नमस्कार को योगासनों में सबसे अच्छा कहा गया है , यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुँचाने में समर्थ है | इसके अभ्यास से शरीर में आरोग्य ,शक्ति व् ऊर्जा की प्राप्ति होती है , साधक का शरीर नीरोग व् स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है | ये केवल योग -व्यायाम ही नहीं है बल्कि नर से नारायण बनने की पद्धति है
ऋग्वेद में लिखा हुआ है – ” सूर्यो वै आत्मा जगतस्तस्थुश्च “
अथार्थ सूर्य सारे संसार की आत्मा है सूर्य ही प्रत्यक्ष देवता है जिनसे आरोग्य प्राप्त होता है इसलिए हम स्वास्थ्य , दीर्घायु के लिए सूर्य की पूजा करते है|
अब हम जानते है की सूर्य नमस्कार करने से क्या -क्या लाभ होते है |
1.नियमित अभ्यास से विटामिन -डी मिलता है जिससे हड्डिया मजबूत होती है
2. आँखों की रोशनी एवं मन की एकाग्रता बढती है
3.शरीर में खून का प्रवाह तेज होता है जिससे ब्लड प्रेशर की बिमारी में आराम मिलता है
4.सूर्य नमस्कार का प्रभाव दिमाग पर पड़ता है जिससे दिमाग ठंडा रहता है
5.पेट के पास की वसा को घटाकर शरीर का वजन कम करता है
6.बालो की समस्याओं में मदद गार है जैसे – बाल सफेद होना , झड़ना व् रुसी होने से बचाना |
7.त्वचा रोग होने की सम्भावना समाप्त हो जाती है |
8.ह्रदय व् फेफड़ो की कार्य छमता बढ़ जाती है|
9.यह शरीर के सभी अंग , मांसपेशिया व् नसों को क्रियाशील करता है |
10.वात ,पित तथा कफ को संतुलित करने में मदद करता है |